Wednesday, June 3, 2009

BHARATI SWAI @ PRATAPGANJPARA,JAGDALPUR



वर्तमान समय में कंप्यूटर की आवश्यकता
वैश्विक विकास की प्रक्रिया में आज यदि किसी तत्त्व की सर्वाधिक महती भूमिका है तो वह है - कंप्यूटर । आज की परिस्थियों में कंप्यूटर के ज्ञान के बिना शिक्षा की उपादेयता अपने आप में अपूर्ण है । यह सच है की कंप्यूटर अपने आप में शिक्षा की कोई पध्दती नहीं है पर वह एक ऐसा साधन अथवा माध्यम अवश्य है जो न केवल हमारे लिए संसूच्नाये उपलब्ध कराता है वरन हमारे विकास का मार्ग भी प्रशस्त करता है ।
१९३८ में जब कंप्यूटर का आविष्कार किया तो किसी ने यह नहीं सोचा था की एक दिन यह आविष्कार पूरी दुनिया के लिए इतना उपयोगी और सुविधापरक हो जाएगा जिसके बिना हमारा काम ही नहीं चल पायेगा ।
आज के दौर में सूचना प्रोदोयोगिकी का क्या महत्व है इस तथ्य को हम सब जानते हैं की मनुष्य का मस्तिषक किंहइ तथ्यों को एक सीमा तक ही सुरक्षित रख पाता है इसलिए हमारी स्मृतियों की दुनिया बहोत ही छोटी है । सुपर कंप्यूटर के निर्माण ने हमारी स्मृतियों को हमारी जानकारियों को संकलित और सुरक्षित रखने की दिशा में ही महारत हासिल नहीं की है वरन क्षण मात्र में हमारे अपेक्षा के अनुरूप हमारे सामने प्रस्तुत करने में भी महती भूमिका निभायी है । १९६० के दशक में कंप्यूटर का उपयोग व्यावसायिक क्षेत्र में शुरू किया गया इन ४९ वर्षों में कंप्यूटर का ज्ञान और उसके द्वारा सुलभ काराई जा रही संसूच्नाओ ने व्यापार ही नहीं वरन हमारे सामाजिक और आर्थिक विकास में भी वृद्धि की है । इसलिए आज कंप्यूटर की जानकारी हर व्यक्ति के लिए आवश्यक है ।
आज कंप्यूटर में परयुक्त होने वाले माइक्रोसॉफ्ट सॉफ्टवेर सिलिकन चिप और इन्टरनेट की सुविधा ने एक ऐसी क्रांति ला दी है की हम घर बैठे पूरी दुनिया की जानकारी कुछ ही पलों में जुटा सकते है । इसलिए परत्यक्ष में कंप्यूटर सूचना प्रोदोयोगिकी का मात्र एक मध्यम होते हुए भी आज उसे एक शिक्षा की पध्दती के रूप में देखा जाने लगा है । यह एक निर्विवाद सच्चाई है की कंप्यूटर शिक्षा ने हमारे लिए ज्ञान के मार्ग खोलें हैं वरन हमारे अपने भविष्य के निर्माण को भी नयी उच्चैयाँ दी हैं ।



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