१.मांगी यह दुआ - उठा ले इस जहाँ से
तो छार गज ज़मीन के नीचे दफ्नावा दिया
(वाह रे तेरी खुदाई )
२.वक्त ने तेरा बचपन जवानी में बदला
जवानी से दिल नहीं भरा तो उसको बुढापे में बदला
Sunday, May 31, 2009
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
yaaden,jharokha,sard hawa,zakhm,shakh,zindgi,shaam,parinde,ashiyana
No comments:
Post a Comment