Salman Butt named captain for rest of England tour
Afridi bhaisaab ka chaar din pehle ka statement tha : "Mujhe 5 Saal pehle hi team ka caption bana diya jana chaye tha.
Yaani ki Woh Panch saal pehle hi Test Cricket se Retire ho jate.
Saturday, July 17, 2010
Thursday, September 17, 2009
कौन है नशे में
रमजान का महिना अब लगभग खात्मे की ओर है । इन दिनों मस्जिद में काफी भीड़ होती है । मस्जिद में इन दिनों कानाफूसी का माहौल भी है । की अमुक आदमी पीकर मस्जिद में आता है और नमाज़ अदा करता है । लोग तरह tarah की बातें और टिप्पणियां करते हैं मगर कोई यह नही सोचता - की वोह पीकर भी यह जानता है की उसे कहाँ (मस्जिद में ) जाना है यहाँ तो हमारे जैसे कभी नहीं पीनेवाले इंसान होश में रहेते हुए भी मस्जिद नही जा पाते उसे कम से कम ये तो मालूम है की नमाज़ को जाना है
Thursday, July 9, 2009
कोई ना कोई तो जीतेगा
कुछ लोगों को बेमतलब व बेवजह अनाप शनाप बातें करने की आदत होती है साथ ही साथ बोलते समय वे इस बात को समझ नही पाते की वे क्या बोल रहें है । जब वे बोलतें हैं तो समझते नही और जब समझते है तो ...... । एक दिन में और मेरा सहकर्मी एक क्रिकेट मैच खेलने जा रहे थे । विपक्षी टीम के बारे में जब मैंने जानना चाहा तो वो बड़े ही भावावेश में बोला - सर , आज का मैच बड़ा ही जोरदार होगा । देखना कोई ना कोईं टीम ज़रूर जीतेगी ।
"इसमे राज़ की बात क्या थी।"
PG KA MATLAB
कानून के हाथ
वसीयत
वसीयत
लम्बी बीमारी में पड़ने पर पत्नी ने बीमार पति से कहा - "डार्लिंग, तुम अपना कारोबार, घर की वसीयत, कार आदि मेरे नाम कर जाना । कुछ दिनों के बाद पति महोदय स्वर्ग सिधार गए और वसीयत पत्नी के नाम कर गए । जिसमे उन्होंने लिखा -
प्रिये ! मैंने तुम्हारे कहे अनुसार अपने कारोबार की वसीयत तुम्हारे नाम कर दी है इसमे मैंने अपने दोस्त अनिल से दस लाख और बैंक से पाँच लाख उधार लेकर लगाये थे । अगले माह वे तुमसे पैसे लेने आयेंगे मैंने वसीयत की एक कॉपी उन्हें भी भेज दी है । तुम कंपनी को बेचने की कोशिश मत करना क्योंकि उसमे हमारा शेयर केवल १० प्रतिशत का है जिसके एवज में तुम्हे दो लाख रुपये से ज्यादा नहीं मिलेगा । अपना बंगला जिसमे हम रह रहे हैं उसे भी बेचने की कोशिश मत करना क्योंकि वो रामलाल का है । उसे में हर माह ऑफिस से किराया दिया करता था । बंगले के कागजात जो तुम्हारे पास हैं वे सब नकली हैं और हाँ कार के चरों पहिये निकलवा कर उस्मान भाई को दे देना ये सब उनकी दूकान का सामन है । कार का इंजन इंश्योरेंस कंपनी वाले आकर ले जायेंगे ।
तुम्हारा और सिर्फ़ तुम्हारा
पति
खाली हाथ
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